सर्दी मे फसल को कैसे बचाये
नमस्कार, किसान भाईयों जैसा कि सभी को विदित है सर्दी के मौसम में शीतलहर एवं पाले से सभी फसलों जिसमे सब्जियों में टमाटर, मिर्च, बैंगन, मटर, आलु आदि तथा फसलों में चना, सरसों, अरंड, जीरा, धनिया, सौंफ आदि में सबसे ज्यादा नुकसान होता है हालांकि शीत ऋतु वाले पौधे 2 डिग्री सेंटीग्रेड तक का तापमान सहने में सक्षम होते है
लेकिन इससे कम तापमान होने पर पौधे की बाहर व अन्दर की कोशिकाओं में बर्फ जमने पर पौधों का हरा रंग, फल, फूल, दाने आदि खत्म हो जाते है अतः ध्यान रखे अगर शाम के समय आसमान साफ हो और हवा बंद हो जाए तो पाला पङने की सम्भावना ज्यादा रहती है तथा जिस रात पाला पड़ने की संभावना हो उस रात खेत की उत्तरी पश्चिमी दिशा से आने वाली ठंडी हवा से बचाव के लिए खेतों के किनारे पर बोई हुई फसल के आसपास, मेड़ों पर रात्रि में कूड़ा-कचरा या अन्य व्यर्थ घास-फूस जलाकर धुआं करना चाहिए ताकि वातावरण में गर्मी आ जाए क्योंकि इस विधि से 4 डिग्री सेल्सियस तक तापमान आसानी से बढ़ाया जा सकता है ।
पौधशाला के पौधों एवं क्षेत्र वाले उद्यानों/नकदी सब्जी वाली फसलों को टाट, पॉलिथीन अथवा भूसे से ढ़क दें। वायुरोधी टाटिया को हवा आने वाली दिशा की तरफ से बांधकर क्यारियों के किनारों पर लगाएं तथा दिन में पुनः हटा दें। पाला पड़ने की संभावना हो तब खेत में हल्की सिंचाई करनी चाहिए तथा सुबह जल्दी खेत के एक छोर से दूसरी छोर तक रस्सी से पौधो पर जमा पानी को हिलाकर नीचे गिरा कर भी बचाव किया जा सकता है। 🙏🏾🙏🏾